योनिरूपा महाविद्या कामाख्या वरदायिनी । वरदाऽऽनन्ददा नित्या महाविभववर्द्धिनी ॥१॥ सर्वेषा जननी सापि सर्वेषां तारिणी मता । रमणी चैव सर्वेषां स्थूला सूक्ष्मा सदाशुभा ॥२॥
Month: June 2018
नागार्जुन यंत्राणि
‘नागार्जुनसिद्ध’ द्वारा प्रणीत ये सिद्ध यंत्र या कुछ रहस्य सङ्केत है , जिन्हें एक ‘जैनमंत्रवादपुस्तक’ से संग्रहित किया गया है। ये यंत्र अपने अंदर कुछ विशेष अर्थ गर्भित कियें हुए हैं ।